Haryana Folk Dance जाने हरियाणा के प्रमुख लोकनृत्त्यों के बारे में !
Haryana Folk Dance: हरियाणा एक धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में रुचि रखने वाला प्रदेश है। हरियाणा प्रदेश में अलग-अलग त्यौहारों पर अलग-अलग प्रकार के नृत्य किए जाते हैं। इनमें कुछ नृत्यों के साथ लोकगीत भी गाए जाते हैं। हरियाणा में वैसे तो बहुत से लोक नृत्य किये जाते हैं। हम आपको इस आर्टिकल में हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों में प्रसिद्ध कुछ नृत्यों के बारे में बताएँगे। जैसे लूर नृत्य, धमाल नृत्य, छड़ी नृत्य, खोड़िया नृत्य, फ़ाग नृत्य आदि।
Haryana Folk Dance
1 छठी नृत्य
छठी नृत्य लड़के के जन्म के छठे दिन किया जाता है। इस उपलक्ष में महिलाओं को गेहूँ से बने बाकले बाँटे जाते हैं।
2 खोड़िया नृत्य
खोड़िया नृत्य लड़के के विवाह में किया जाता है। यह नृत्य बारात जाने के बाद महिलाओं द्वारा किया जाता है।
3 धमाल नृत्य
यह नृत्य पुरुषों द्वारा किया जाता है। यह नृत्य चाँदनी रात में किया जाता है। इस नृत्य में ढोल, मंजीरा, खड़ताल और तुम्बे जैसे वाद्य यंत्रों का प्रयोग किया जाता है। यह नृत्य महेंद्रगढ़ और झज्जर इलाकों में प्रसिद्ध है। यह नृत्य महाभारत काल से चलता आ रहा है।
4 लूर नृत्य
लूर का अर्थ होता है, लड़की। यह नृत्य फाल्गुन के महीने में केवल महिलाओं द्वारा किया जाता है। पुरुषों को यह नृत्य देखने की भी अनुमति नहीं होती है।
5 फ़ाग नृत्य
फ़ाग नृत्य होली के अवसर पर किया जाता है। यह नृत्य महिलाओं एंव पुरुषों दोनों के द्वारा किया जाता है।
6 मंजीरा नृत्य
यह नृत्य महिलाओं और पुरुषों दोनों के द्वारा किया जाता है। इस नृत्य में ढोल, नगाड़े, और डफ जैसे वाद्य यंत्रों का प्रयोग किया जाता है। यह नृत्य मेवात में प्रसिद्ध है।
7 छड़ी नृत्य
छड़ी नृत्य भाद्रपद माह की गुग्गा नवमी को किया जाता है। इस नृत्य में गुग्गा के भगत खुद को लोहे की जंजीरों से पीटते हैं।
8 झूमर नृत्य
यह नृत्य महिलाओं द्वारा झूमर के आकार में खड़े होकर किया जाता है।
9 डमरू नृत्य
महाशिवरात्रि के अवसर पर यह नृत्य किया जाता है। यह नृत्य पुरुषों के द्वारा हाथों में डमरु लेकर किया जाता है।
10 तीज नृत्य
सावन के महीने में तीज के त्यौहार पर महिलाओं द्वारा यह नृत्य किया जाता है। इसमें महिलाऐं झूला झूलते हुए लोकगीत भी गाती हैं।
11 रास नृत्य
रास नृत्य को दो प्रकार से किया जाता है। तांडव और लास्या
तांडव—-> पुरुषों द्वारा किया जाता है।
लास्या —->महिलाओं द्वारा किया जाता है।
यह ज्यादातर पलवल और बल्लबगढ़ में किया जाता है।
12 रतवाई नृत्य
रतवाई नृत्य वर्षा ऋतू में महिलाओं और पुरुषों के द्वारा किया जाता है। यह नृत्य मेवात के क्षेत्र में प्रसिद्ध है।