HAMMER-K कीटनाशक दवाई से लट, गुलाबी सुंडी, कीड़ा, गोभी का कीड़ा इत्यादि पर होगा आक्रमण , देखें प्रयोग की विधि
HAMMER-K एक कीटनाशक उत्पाद है जो किसानों को उनकी फसलों को कीड़ों और अन्य प्रकोपों से बचाने में मदद करता है। यह उत्पाद किसी भी फसल में इस्तेमाल किया जा सकता है और इसका प्रयोग किसी भी तरल PGR या फर्टिलाइजर में मिलाकर भी किया जा सकता है।
HAMMER-K की विशेषताएं :
1. किसी भी फसल में इस्तेमाल किया जा सकता है:
HAMMER-K का उपयोग किसी भी फसल में किया जा सकता है, चाहे वह धान, गेहूं, सब्जियां या फल हों।
2. किसी भी तरल PGR या फर्टिलाइजर में मिलाकर स्प्रे किया जा सकता है:
HAMMER-K को किसी भी तरल PGR या फर्टिलाइजर में मिलाकर स्प्रे किया जा सकता है, जिससे फसल को पोषण और सुरक्षा दोनों मिल जाती है।
3. किसी भी प्रकार के दूसरे कीटनाशकों में मिलाया जा सकता है:
HAMMER-K को किसी भी प्रकार के दूसरे कीटनाशकों में मिलाया जा सकता है, जिससे कीड़ों को तुरंत छुटकारा मिल जाता है।
4. लट, सुंडी, कीड़ा, गोभी का कीड़ा इत्यादि को तुरंत मारता है:
HAMMER-K का उपयोग करने से लट, सुंडी, कीड़ा, गोभी का कीड़ा इत्यादि कीड़ों को तुरंत मारा जा सकता है।
5. एक बार स्प्रे करने के बाद 15 से 20 दिन तक रिजल्ट रहता है:
HAMMER-K का एक बार स्प्रे करने के बाद 15 से 20 दिन तक इसका असर रहता है, जिससे किसानों को बार-बार स्प्रे करने की जरूरत नहीं पड़ती।
6. फसल को अन्य प्रकोपों से भी सुरक्षा प्रदान करता है:
HAMMER-K का उपयोग करने से फसल को कीड़ों के अलावा अन्य प्रकोपों से भी सुरक्षा मिलती है।
HAMMER-K का प्रयोग :
1. अगर समस्या कम है, मतलब कि फसल में लट, सुंडी, फीडा लगने का शुरुआती दौर है, तो मात्रा 250 ml प्रति एकड़ इस्तेमाल कर सकते हैं।
2. अगर उपरोक्त बीमारी की पहले से ज्यादा समस्या है, तो 500 ml प्रति एकड़ का प्रयोग करें।
किसानों की प्रतिक्रिया :
किसानों ने HAMMER-K का काफी स्वागत किया है और उम्मीद जता रहे हैं कि यह उनकी फसलों को कीड़ों से बचाने में मदद करेगा।
सरकार की पहल :
सरकार ने किसानों को HAMMER-K के बारे में जागरूक करने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसके तहत, किसानों को उत्पाद के बारे में जानकारी दी जा रही है और उन्हें इसका उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
सरकार का मानना है कि HAMMER-K जैसे कीटनाशक उत्पादों का उपयोग करके किसान अपनी फसलों को कीड़ों से बचा सकते हैं और अच्छी उपज प्राप्त कर सकते हैं। इससे न केवल किसानों की आय में वृद्धि होगी, बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी।